गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश के खुलासे की पूरी इनसाइड स्टोरी

अमेरिका ने सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) की हत्या की कथित साजिश को लेकर भारतीय शख्स निखिल गुप्ता पर लगाए आरोप

गुरपतवंत सिंह पन्नू

अमेरिका ने एक भारतीय निखिल गुप्ता पर लगया सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप। (Pic Credit: Twitter/@SwartedEagle)

Gurpatwant Singh Pannun: अमेरिका ने निखिल गुप्ता नामक एक व्यक्ति पर अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। आरोप के मुताबिक, निखिल गुप्ता को एक भारतीय अधिकारी से निर्देश मिल रहे थे, हालांकि इस अधिकारी के नाम का जिक्र नहीं किया गया है।

Mint की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने इस केस में एक भारतीय सरकारी अधिकारी पर भी पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश को लेकर मर्डर-फॉर-हायर के आरोप लगाए हैं।

BBC Hindi के मुताबिक, अमेरिकी कोर्ट में दायर अभियोग के मुताबिक, जिस शख्स को इस हत्या की जिम्मेदारी दी गई थी, वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी का अंडरकवर एजेंट था। अमेरिका का मानना है कि 52 वर्षीय भारतीय शख्स निखिल गुप्ता ने अमेरिका में खालिस्तानी अलगाववादी और प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के सिख नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की अमेरिकी धरती पर हत्या की कोशिश की साजिश में अहम भूमिका निभाई।

News18 की रिपोर्ट के अनुसार, ‘निक’ के नाम से भी पहचाने जाने वाले निखिल गुप्ता को जून में चेक गणराज्य में अरेस्ट किया गया था और अब उसके प्रत्यर्पण का इंतजार है। गुप्ता पर जो आरोप अमेरिका ने लगाए हैं, उसके तहत उसे 20 साल की जेल हो सकती है।

ये खबर भारत की उस घोषणा कुछ घंटों बाद आई है, जिसमें उसने कहा था कि वह अमेरिका द्वारा हाल ही में दोनों देशों के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान साझा की गई सुरक्षा चिंताओं से जुड़े मामले को लेकर एक उच्च-स्तरीय जांच कमिटी गठित की है।

ये आरोप कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के उस आरोप के बाद लगाए हए हैं जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ब्रिटिश कोलंबिया में कनाडा स्थित खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार और उसके एजेंट्स शामिल थे।

(पढ़ें: कनाडा ने ‘सिख चरमपंथ’ का संदर्भ हटाया, भारत नाराज)

कैसे रची गई गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश

Timesofindia की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी पुलिस अधिकारियों ने गुरपतवंत सिंह की हत्या की साजिश रचने को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

अमेरिका ने कथित ड्रग डीलर और हथियार तस्कर निखिल गुप्ता द्वारा न्यूयॉर्क में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए एक अंडरकवर एजेंट से हुई बातचीत का इलेट्रॉनिक इंटरसेप्टस और कैश पेमेंट की एक तस्वीर के सबूत के जरिए इस घटना का खुलासा किया है।

अमेरिका के मैनहट्टन स्थित अटॉर्नी ऑफिस द्वारा लगाए गए अभियोग के मुताबिक, अधिकारियों ने ये भी खुलासा किया है कि गुप्ता लगातार एक भारतीय अधिकारी (केवल CC-1 के रूप में जिक्र) के भी संपर्क में था। इस अधिकारी ने ही इस कथित साजिश को लेकर निर्देश दिए थे, और इसके बदले में गुप्ता को गुजरात में दर्ज एक आपराधिक मामले से छुड़ाने का वादा किया था।

(पढ़ें: जो बाइडेन के बारे में 11 बातें, जो आप नहीं जानते होंगे!)

अमेरिका ने किया भारतीय अधिकारी और निखिल गुप्ता के बीच बातचीत का दावा

अमेरिका के अभियोग में किए गए खुलासे के अनुसार, ये साजिश मई 2023 में शुरू हुई थी, तब गुप्ता और भारतीय अधिकारी CC-1 के बीच इनक्रिप्टेड एप्लिकेशन के जरिए कई दौर की टेलिफोन और इलेट्रॉनिक कम्यूनिकेशन के जरिए बातचीत हुई थी, CC-1 ने गुप्ता से पीड़ित की हत्या का इंतजाम करने को कहा था और बदले में एक आपराधिक मामले को हटाने में मदद की बात की थी।

अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, गुप्ता ने हत्या को अंजाम में मदद करने पर सहमति जताई थी। साजिश में आगे की योजना के लिए इलेट्रॉनिक संपर्क साधने के अलावा गुप्ता ने CC-1 से नई दिल्ली में मुलाकात भी की थी।

अभियोग में लिखे एक फुटनोट के मुताबिक, गुप्ता और CC-1 ने अधिकतर अंग्रेजी में बातचीत की थी, और गुप्ता ने कभी-कभी CC-1 के लिए हिंदी में वॉइस नोट्स छोड़े थे। 06 मई 2023 को एक विशेष इनक्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप के जरिए हुई बातचीत में CC-1 ने गुप्ता को लिखा था: ”मैं (CC-1) हूं…मेरा नाम (CC-1 उपनाम) के तौर पर सेव कर लो।”

इसमें कहा गया है कि गुप्ता ने उस टेलिफोन नंबर को अपने फोन में CC-1 उपनाम के तौर पर सेव कर लिया। कुछ मिनट बाद, CC-1 ने गुप्ता को मैसेज किया कि CC-1 का ”न्यूयॉर्क में एक टारगेट” है और एक टारगेट ”कैलिफोर्निया” में है।

अभियोग के अनुसार, CC-1 द्वारा इस्तेमाल किए गए टेलिफोन नंबर का कंट्री कोड भारत का है और ये एक ऐसे ईमेल अकाउंट के साथ रजिस्टर्ड है कि इंटरनेट प्रोटोकॉल डेटा के आधार पर, इस ईमेल अकाउंट से हत्या की साजिश के दौरान कई बार नई दिल्ली के आसपास इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया, जहां CC-1 ने इस दौरान एक भारतीय सरकारी एजेंसी के लिए काम किया था।

12 मई 2023 को CC-1 ने गुप्ता को जानकारी दी कि उसके आपराधिक केस को ”पहले ही संभाला जा चुका है”और गुजरात पुलिस से कोई भी कॉल नहीं करेगा। कुछ दिन बाद CC-1 ने गुप्ता को फिर से भरोसा दिलाया कि उन्होंने पहले ही उनके गुजरात केस के बारे में बॉस से बात कर ली है और ”सब कुछ साफ हो गया है” और ”आपको कोई भी फिर कभी परेशान नहीं करेगा।”

CC-1 ने फिरगुप्ता और ‘डीसीपी’ (डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस) के बीच मीटिंग कराने का ऑफर दिया था।

अभियोग के अनुसार, CC-1 के भरोसा दिलाए जाने के बाद गुप्ता ने हत्या के इंतजाम में आगे बढ़ने का वादा किया। 29 मई 2023 को गुप्ता ने गोपनीय सूत्र (CS) से फोन से पूछा कि क्या वह किसी ऐसे व्यक्ति को जानता है जो अमेरिका में मर्डर-फॉर-हायर करने का इच्छुक होगा।

गुप्ता ने बताया कि शिकार एक वकील है जो न्यूयॉर्क सिटी और एक और अमेरिकी शहर आता-जाता रहता है। CS ने जवाब में कहा कि वह इस बारे में अपने कॉन्टैक्ट्स से बातचीत करेगा।

अगले कुछ हफ्तों में गुप्ता, CS और फिर एक अंडरकवर एजेंट के साथ इलेट्रॉनिक संपर्क और रिकॉर्डेड बातचीत में शामिल रहा, जिसमें फोन, वीडियो और टेक्स्ट मैसेज शामिल थे। इस दौरान उनके बीच लॉजिस्टिक्स और हत्या की कीमत समेत कई चीजों पर बातचीत हुई। उदाहरण के तौर पर एक वीडियो कॉल के दौरान गुप्ता ने CS को याद दिलाया कि शिकार एक वकील के तौर पर काम करता है और सलाह दी कि CS का सहयोगी शिकार से कानूनी सलाह लेने के बहाने संपर्क कर सकता है, ताकि शिकार को ऐसी जगह बुलाया जा सके, जहां आसानी से उसकी हत्या हो सके।

29 मई 2003 को गुप्ता ने CC-1 को अपने और CS के बीच टेक्स्ट मैसेज के जरिए हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट भेजा, जिसमें CS ने शिकार और शिकार को मारने के बदले में मिलने वाले पैसे के बारे में पूछा था। CC-1 ने जवाब में कहा कि, ”हम 15 हजार डॉलर देने के लिए तैयार हैं…ऑफर और भी ज्यादा हो सकता है लेकिन ये काम की क्वॉलिटी पर निर्भर करेगा…और अगर ये (हत्या) जितनी जल्दी संभव हो सके।”

अभियोग के अनुसार, CC-1 को दिए जवाब में गुप्ता ने CS द्वारा ”1 लाख डॉलर” मांगने वाले मैसेज का स्क्रीनशॉट भेजा। CC-1 ने इसके जवाब में लिखा, ”ओके”, और कहा कि ”एडवांस पेमेंट करना संभव नहीं है लेकिन पूरा पैसा काम होने के 24 घंटे के बाद ट्रांसफर कर दिया जाएगा”

अभियोग के अनुसार, 1 जून 2023 को, CC-1 ने गुप्ता को न्यूयॉर्क सिटी स्थित शिकार के घर की गली का पता भेजा, जिसे CC-1 ने गुप्ता को ” (शिकार) घर का मोहल्ला”बताया। 2 जून 2023 को CC-1 ने गुप्ता को मैसेज करके हत्या की साजिश को लेकर पूछा कि ”कोई अपडेट” है और कहा कि ”ये जरूरी है और समय कम है।”

गुप्ता ने जवाब में कहा कि उन्हें अगले दिन अपडेट मिलने की संभावना है। अगले दिन यानी 3 जून 2023 को गुप्ता ने CS से ऑडियो कॉल के जरिए बात की और उससे आग्रह किया कि वो अपने सहयोगी को जल्द हत्या करने के लिए कहे और कहा: ”उसे मार दो भाई, मार दो, ज्यादा समय मत लो…इन लोगों पर दबाव डालो, दबाव डालो…काम खत्म करो।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *