सचिन के शोएब अख्तर के खिलाफ लगाए गए सबसे यादगार ‘छक्के’ की रोचक कहानी!

सचिन तेंदुलकर ने 2003 वर्ल्ड कप में शोएब अख्तर के खिलाफ जड़ा था यादगार छक्का

1 मार्च 2003, सेंचुरियन में मौजूद हजारों भारतीय दर्शकों और दुनिया भर में मौजूद करोड़ों भारतीयों की निगाहें सिर्फ एक बल्लेबाज पर टिकी थीं। दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज ने शॉर्ट पिट गेंद फेंकी और गेंद थर्ड मैन के ऊपर से छह रन के लिए मैदान से बाहर चली गई।

पूरा स्टेडियम और वे करोड़ों भारतीय जश्न में डूब गए जबकि अभी तो मैच शुरू ही हुआ था। आखिर इस छक्के में ऐसा क्या था जिसका लोग इस कदर जश्न मना रहे थे?

दरअसल ये छक्का जड़ा था क्रिकेट इतिहास के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ( Sachin Tendulkar) ने। वह भी क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाज पाकिस्तान के शोएब अख्तर के खिलाफ। ये मैच था 2003 के वर्ल्ड कप में सुपर सिक्स का। जीत के लिए भारत को मिला था 274 रन का टारगेट और ओपनिंग करने उतरे थे सचिन और सहवाग।

सचिन ने जड़ा था शोएब अख्तर की गेंद पर यादगार छक्का

अख्तर भारतीय पारी शुरू होते ही चिर-परिचित अंदाज में स्लेजिंग का माइंड गेम खेलने में लगे थे। वह बार-बार सहवाग के पास जाते और कहते, ‘हिम्मत है तो मेरी गेंद पर पुल करके दिखाओ!

सहवाग अख्तर के इस ताने से परेशान हो गए और उन्होंने कहा, ‘वो (सचिन) जो सामने खड़ा है न वह तुम्हारा बाप है, उसे बोलो वो मारकर दिखाएगा छक्का।’

संयोग से अख्तर ने अगली गेंद सचिन को ही फेंकी वह भी डराने के लिए शॉर्ट पिच। लेकिन बेखौफ सचिन ने इस गेंद पर बेहतरीन अपर कट लगाते हुए इसे थर्ड मैन के ऊपर से छह रन के लिए भेज दिया।
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सचिन के इस छक्के को फैंस कभी भूल नहीं पाएंगे!

सहवाग ने कसा था तंज, बाप-बाप होता है, बेटा-बेटा!

सहवाग ने तुरंत ही अख्तर पर तंज सकते हुए कहा, ‘बाप-बाप होता है, बेटा-बेटा! सचिन के इस छक्के को उनके करियर के सबसे यादगार छक्के में से एक माना जाता है। और माना भी क्यों न जाए, दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज के खिलाफ, वह भी वर्ल्ड कप में इतनी निडरता से छक्का जड़ना बड़े जिगर का काम है।

सचिन के इस छक्के के बारे में एक ब्रिटिश अखबार ने लिखा, ‘सचिन द्वारा अख्तर के खिलाफ लगाए गए उस छक्के ने भारतीय क्रिकेट को एक ही झटके में उस दबाव से बाहर निकाल दिया जो वह पिछले 17 सालों से चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर 1986 में शारजाह में जावदे मियांदाद द्वारा लगाए गए छक्के से महसूस करता आया था।’

पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच में सचिन ने 75 गेंदों में 98 रन की यादगार पारी खेली और भारत ने 6 विकेट से मैच अपने नाम कर लिया।

उस मैच में सचिन ने न सिर्फ अख्तर बल्कि वसीम अकरम, वकार यूनिस और अब्दुल रज्जाक जैसे बेहतरीन पाकिस्तानी गेंदबाजों की ऐसा बखिया उधेड़ी कि पाक पेस बैटरी पूरी तरह से डिफ्यूज हो गई।

सचिन का खौफ पाकिस्तानी खिलाड़ियों के अंदर इस कदर था कि मैच के शुरुआती ओवरों में ही अकरम की गेंद पर अब्दुल रज्जाक ने सचिन का एक आसान सा कैच टपका दिया।

नाराज अकरम रज्जाक के पास पहुंचे और उन्हें लगभग झकझोरते हुए कहा, ‘तुझे पता है तूने किसके कैच छोड़ा है?’ अकरम सही थे रज्जाक ने सचिन का कैच ही नहीं छोड़ा था बल्कि सही मायनों में मैच टपका दिया था!

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