महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का निधन, ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल रहेगा यादगार

महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का निधन (Pic Credit: Twitter)

डिएगो माराडोना (Diego Maradona) सर्वकालिक महानतम फुटबॉलरों में से एक, का बुधवार (25 नवंबर) को 60 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। इस महान फुटबॉल के निधन से उनके लाखों फैंस और उनका देश अर्जेंटीना दुख में डूब गया।

पेले के साथ फुटबॉल के दो महानतम खिलाड़ियों में शुमार, अर्जेंटीना के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान, माराडोना का 60 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया। इस महीने की शुरुआत में माराडोना की ब्रेन सर्जरी हुई थी।

माराडोना को उनके ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल के लिए हमेशा याद किया जाएगा, जो उन्होंने 1986 वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ दागा था। इस गोल को दागते समय गेंद को इंग्लैंड के नेट में पहुंचाने के लिए माराडोना के हाथ का भी प्रयोग हुआ था, लेकिन इसे कोई देख नहीं पाया था।

पेले और मेसी ने जताया माराडोना के निधन पर शोक

पेले ने कहा कि माराडोना उनके ‘प्रिय मित्र’ थे और कहा कि उम्मीद है कि एक दिन ‘वे साथ में आसमान में खेलेंगे।’आधुनिक युग के महानतम खिलाड़ियों में शुमार अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी ने माराडोना को ‘शाश्वत’ कहा।

माराडोना के निधन के बाद अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने तुरंत ही इस दक्षिण अमेरिकी देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।

माराडोना के निधन की घोषणा से कुछ देर पहले, अर्जेंटीना मीडिया ने बुधवार को ही इस महान फुटबॉलर के गंभीर रूप से बीमार होने और उनका ब्यूनस आयर्स के उत्तर में स्थित उनके घर में इलाज किए जान की जानकारी दी थी।

उतार-चढ़ाव भरा रहा माराडोना का जीवन

डिएगो अर्मांडो माराडोना का जीवन उतार और चढ़ावों से भरा रहा। वह अर्जेंटीना के अलावा क्लबों बोका जूनियर्स, बार्सिलोना और नैपोली के लिए भी खेले।

कोकीन और एल्कोहल के अत्यधिक सेवन ने इस महान खिलाड़ी के स्वास्थ्य पर काफी प्रतिकूल असर डाला।

इससे पहले इस महीने की शुरुआत में इस महान खिलाड़ी के दिमाग और खोपड़ी के बीच जमे खून के थक्के को हटाने के लिए सर्जरी हुई थी।

माराडोना पिछले 20 सालों में तीन बार गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती हुए थे-जिनमें से दो बहुत ही घातक थे, जो उनके शराब और ड्रग्स की लत की वजह से हुए थे।

माराडोना का अविस्मरणीय ‘हैंड ऑफ गॉड गोल’

माराडोना ने अपने करियर में कई बेहतरीन गोल दागे, लेकिन इनमें से जो सबसे यादगार गोल था, वह था 1986 वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में दागा गया ‘हैंड ऑफ गॉड’ गोल।

फाइनल में माराडोना ने 86वें मिनट में वेस्ट जर्मनी के खिलाफ विजयी गोल दागा था। उससे पहले सेमीफाइनल में बेल्जियम के खिलाफ उन्होंने दो गोल दागते हुए अर्जेंटीना को फाइनल में पहुंचाया था।

लेकिन जिस मैच ने उस टूर्नामेंट और शायद माराडोना के पूरे करियर पर छाप छोड़ी, वह थी क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ दागे गए उनके दो गोल, जिन्हें विभिन्न कारणों से हमेशा याद किया जाएगा।

माराडोना ने कैसे दागा था हैंड ऑफ गॉड गोल

इंग्लैंड के खिलाफ मैच के 51वें मिनट में माराडोना ने अपने साथी खिलाड़ी जार्गी वाल्दानो की तरफ गेंद बढ़ाई लेकिन उनका ये पास वाल्दानो के बजाय इंग्लैंड के स्टीव हॉज के पास पहुंच गया। पर हॉज गेंद को क्लीयर करने की कोशिश में चूके और पेनल्टी एरिया की ओर आ रहे माराडोना के पास पहुंचा दिया।

माराडोना से कद में 8 इंच लंबे (6 फीट 1 इंच) इंग्लैंड के गोलकीपर पीटर शिल्टन गेंद को कैच करने के लिए लपके, लेकिन माराडोना उनसे पहले उस तक पहुंच गए और बेहद चतुराई से हल्की सी हाथ की छुअन से हेडर की मदद से गेंद को गोल में पहुंचा दिया।

खास बात ये रही कि माराडोना के इस गोल को न तो मैच रेफरी अली बिन नासीर और न ही लाइंसमैन बॉगडन डोचेव देख पाए और उन्होंने इसे गोल मान लिया।

मैच के बाद माराडोना ने कहा कि उन्होंने ये गोल थोड़ा माराडोना के सिर और थोड़ा भगवान के हाथ की मदद से किया था।’ माराडोना के इस बयान से ये गोल ‘हैंड ऑफ गॉड’ के नाम से चर्चित हो गया।

हैंड ऑफ गॉड था माराडोना के करियर का सबसे यादगार गोल (Pic Credit: Twitter)

माराडोना ने दागा था ‘गोल ऑफ द सेंचुरी’

‘हैंड ऑफ गोड’ गोल के चार मिनट बाद ही माराडोना ने एक और गोल दागा, जिसके लिए उन्होंने हाफ से गेंद को अकेले ही आगे बढ़ाया और गोलकीपर शिल्टन समेत इंग्लैंड के छह खिलाड़ियों को छकाते हुए गेंद नेट में पहुंचा दी। बाद में फीफा ने इसे सदी का सर्वश्रेष्ठ गोल (गोल ऑफ द सेंचुरी) करार दिया।

2000 में फीफा ने सदी का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनने के लिए एक ऑनलाइन पोल किया था। तब माराडोना को 54 फीसदी और पेले को 18 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन फीफा ने दोनों को ही संयुक्त विजेता घोषित किया था।

30 अक्टूबर 1960 को जन्मे माराडोना ने अपनी लंबे समय से गर्लफ्रेंड रहीं क्लॉडिया विलाफेन से 1984 में शादी की थी। उनकी दो बेटियां, डालमा और गियानिया थीं। माराडोना ने विलाफेन से 2004 में तलाक ले लिया था।

माराडोना का एक बेटा डिएगो जूनियर भी है, जो 1986 में नेपल्स में पैदा हुआ था, लेकिन उन्होंने 2004 में पितृत्व स्वीकार किया था।

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