बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुले, मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया, देखें मंदिर का भव्य दृश्य
बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार (15 मई) को खुले (Pic: Twitter)
श्री बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) के कपाट शुक्रवार (15 मई) सुबह 4:30 बजे खुल गए। हिन्दुओं के चार धामों में शामिल उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित इस प्रसिद्ध धाम को सर्दियों के बाद फिर से खोल दिया गया।
बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) खुलने के बाद सुबह 9 बजे पहली पूजा पुजारियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई।
मंदिर के एक अधिकारी ने कहा कि कपाट खोलने की तैयारियां सुबह 3 बजे से शुरू हो गई थीं। उन्होंने कहा कि क्योंकि ये इस धाम का हर साल का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, इसलिए मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया था।
लॉकडाउन की वजह से बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) में इस बार श्रद्धालुओं की आवाजाही पर थी रोक
एएनएआई के मुताबिक, कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) की वजह से इस बार मुख्य पुजारी समेत केवल 27 लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी गई थी।
इससे पहले 29 अप्रैल को छह महीने के सर्दियों के ब्रेक के बाद केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) के कपाट खुले थे, लेकिन कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से किसी भी श्रद्धालु को आने की इजाजत नहीं थी।

29 अप्रैल को खुले थे केदारनाथ धाम (Kedarnath Temple) के कपाट
29 अप्रैल को केदारनाथ धाम (Kedarnath Temple) के कपाट खुलने के बाद वार्षिक पंचमुखी डोली यात्रा (जुलूस) को लॉकडाउन की वजह से बिना श्रद्धालुओं के निकाला गया था।
इससे पहले 26 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री और 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए थे।
लॉकडाउन के दौरान चार धाम के कपाट खोलने को लेकर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, ‘अभी चार धाम में केवल धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं और इसे अभी श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है। हालांकि हमने केंद्र से अनुरोध किया है कि वे उत्तराखंड के ग्रीन जोन के जिलों में रहने वालों के लिए यात्रा के लिए खोल दें।’
