क्रिकेटर से ‘ठग’ बने मृणांक सिंह की कहानी, जानें कैसे ऋषभ पंत से की 1.6 करोड़ की धोखाधड़ी

Mrinank Singh Conman

मृणांक सिंह को ऋषभ पंत और कई महंगे होटलों और रेस्टोरेंट्स को ठगने के आरोप में किया गया अरेस्ट।

Conman Mrinank Singh: मृणांक सिंह को लग्जरी जीवन जीने और महंगे रेस्टोरेंट में खाना खाने और फाइव स्टार होटलों में रहने का शौक था। इस पूर्व क्रिकेटर ने अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए जो रास्ता चुना, उसने अब उसे पुलिस की गिरफ्त में पहुंचा दिया है।

मृणांक की क्रिकेटर से ठग बनने की कहानी हैरान करने वाली है, जिसने अपनी क्रिकेटर की इमेज का इस्तेमाल करते हुए कई महिलाओं, फाइव स्टार होटलों और महंगे रेस्टोरेंट को धोखा दिया। यहां तक कि मृणांक पर क्रिकेटर ऋषभ पंत के साथ भी 1.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।

मृणांक सिंह: क्रिकेट से कॉनमैन बनने की कहानी

25 वर्षीय मृणांक सिंह हरियाणा का अंडर-19 क्रिकेटर रह चुका है। उसके ऊपर कई महंगे होटलों और रिजॉर्ट के साथ ही भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज को भी धोखा देने के आरोप में हाल ही में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

उसने लोगों पर अपना रुतबा जमाने के लिए खुद को 2014 से 2018 तक मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले एक आईपीएल क्रिकेटर के रूप में दिखाया। इससे उसे महिलाओं पर अपना इम्प्रेशन जमाने के साथ-साथ बिना बिल चुकाए ही महंगे रेस्टोरेंट में खाना खाने और फाइव स्टार होटलों में रहने का मौका मिल गया।

जुलाई 2022 में ‘ठग’ मृणांक सिंह एक हफ्ते तक दिल्ली के लिए ताज पैलेस होटल में रहा। वह 5.53 लाख रुपये का बिल चुकाए बिना ही होटल से चला गया और स्टाफ से कहा कि वह एक क्रिकेटर है और उसका बिल उसे एंडोर्स करने वाली एडिडास कंपनी चुकाएगी।

होटल स्टाफ ने उसकी बात पर यकीन करते हुए उसके साथ बैंक डिटेल्स शेयर कर दी। उसने ऑनलाइन पेमेंट का दावा करते हुए होटल को 2 लाख रुपये के ट्रांजैक्शन की आईडी शेयर की, जोकि फेक निकली।

पुलिस के मुताबिक, इसके बाद होटल ने बिल के पैसे चुकाने के लिए उससे कई बार संपर्क करने की कोशिश, लेकिन हर बार वह झूठे वादे करता रहा और आखिर में अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया। इसके बाद होटल ने पुलिस से मदद मांगी।

मृणांक जानता था कि पुलिस उसके पीछे है, इसलिए उसने अपना फोन स्विच ऑफ रखा, ताकि उसके ठिकाने का पता किसी को न लगे।

उसने अपने परिचितों को यकीन दिलाया कि वह दुबई में बस गया है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था और उसे 25 दिसंबर 2023 को दिल्ली एयरपोर्ट के इमिग्रेशन ऑफिस में हिरासत में लिया गया था जब वह ताज होटल को ठगने के लगभग एक साल बाद 25 दिसंबर को हांगकांग भागने की कोशिश कर रहा था।

 

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क्रिकेटर के बाद पुलिस अधिकारी बना ठग

दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार होने के बाद भी मृणांक ने अपनी एक और नकली पहचान के जरिए इमिग्रेशन ऑफिसर्स को धोखा देने की कोशिश की।

पुलिस ने बताया कि, उसने (मृणांक) गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को कर्नाटक पुलिस का एडीजीपी अलोक कुमार बताया और सीनियर पुलिस अधिकारियों को फोन किया और कहा, “उसे अपने बेटे मृणांक सिंह की सहायता के लिए मदद की जरूरत है, जिसे दिल्ली एयरपोर्ट पर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है।”

जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और दावा किया कि उसके पिता अशोक कुमार सिंह 80 के दशक के अंत में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेले थे और वर्तमान में दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर इंडिया में मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं।

 

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ऋषभ पंत से की 1.63 करोड़ की धोखाधड़ी

मृणांक ने क्रिकेटर या कर्नाटक का सीनियर पुलिस अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की। उसे कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की, जिनमें टीमइ इंडिया के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत भी शामिल हैं। पुलिस ने पाया कि उसने 2020-21 में उसने पंत से 1.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी।

मृणाल के ठगी का शिकार हुए अन्य पीड़ितों में कैब ड्राइवर, युवा महिलाएं, बार, रेस्टोरेंट आदि शामिल हैं। इस ठग के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 40 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जहां उसने अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल की कई तस्वीरें शेयर की हैं।

पुलिस ने उसके फोन को स्कैन किया और महिलाओं के साथ उसकी कई आपत्तिजनक तस्वीरें पाईं और कहा कि उसके फोन पर कई आपत्तिजनक सामग्रियां मौजूद थीं, जिसमें उसका ड्रग्स खरीदने में शामिल होना भी शामिल था। पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ विभिन्न राज्यों में कई मामले दर्ज हैं।

पुलिस ने कहा कि मृणांक ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से एक कॉमर्स ग्रैजुएट है। उसने राजस्थान की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से ह्यूमन रिसोर्स में एमबीए किया है। उसके परिवार ने उसे बेदखल कर दिया है, क्योंकि ‘उनका उसके ऊपर कोई नियंत्रण नहीं है।’ आरोपी को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और मामले में जांच जारी है।

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